नेशनल गर्ल चाइल्ड डे : उद्योग जगत की अग्रणी भूमिका – प्रो. अर्पण भारद्वाज, कुलगुरु

विक्रम विश्वविद्यालय: बालिका दिवस के साथ यूएन-एसडीजी लक्ष्य 5 जागरूकता परिसंवाद आयोजित
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में आयोजित “नेशनल गर्ल चाइल्ड डे” के अवसर पर बालिका दिवस के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (SDG) क्रमांक 4 और 5 के संदर्भ में जागरूकता परिसंवाद आयोजित किया गया। इस परिसंवाद का उद्देश्य नारी शक्ति के सम्मान को बढ़ावा देना और बालिकाओं की समृद्धि तथा प्रगति को सुनिश्चित करना था। यह आयोजन विशेष रूप से सामयिक और महत्वपूर्ण बन पड़ा है क्योंकि बालिकाएं हमारे समाज की समृद्धि और प्रगति का मूल आधार हैं, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्यों में भी रेखांकित किया गया है।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज, कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय ने इस आयोजन की सराहना की और पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंधन संस्थान की पहल को विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि बालिकाओं के लिए किए गए प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं और हम सबको इस दिशा में योगदान देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के प्रबंध शोधार्थियों, रीता जायसवाल, भावना शर्मा, कृति पाण्डेय, सचिन बघेल, चेतन पटेल, और अजय मीणा ने विक्रम विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय की प्रथम वर्ष की बालिका, दिव्या मारू को विशेष रूप से सम्मानित किया। इसके साथ ही संस्थान की पूर्व प्रतिभाशाली विद्यार्थियों, कु. अंकिता पंवार और कु. आस्था डोडिया का भी पीत अंगवस्त्रम और पुष्प-रत्नमालाओं से आत्मीय अभिनंदन किया गया।
संस्थान निदेशक, प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता ने सभी अतिथियों का अभिनंदन करते हुए सामुदायिक स्तर पर इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत की दैवीय पूजन परंपरा का स्मरण करते हुए भारतीय उद्योग जगत से अपील की कि वे वंचित बालिकाओं की उन्नति के लिए अपनी भूमिका को और अधिक सक्रिय रूप से निभाएं।
कार्यक्रम के समापन पर, जेएनआईबीएम और आईआईसी-आईक्यूएसी प्रकोष्ठ की संयोजक, डॉ. नयनतारा डामोर ने आभार व्यक्त करते हुए इस नवाचार को विस्तार देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

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