एसडीएम ने जांच कर बनाया पंचनामा, कलेक्टर को सौंपी रिपोर्ट
उज्जैन। उज्जैन जिले में एक वेयरहाउस में रखा करोड़ों रुपये का गेहूं गायब होने का मामला सामने आया है। यह गेहूं मानव उपयोग निषिद्ध किया गया था, जो वर्ष 2019-20 के दौरान वेयर हाउस में रखा गया था। घट्टिया तहसील अंतर्गत पानबिहार क्षेत्र के बच्चूखेडा के गौतम वेयर हाउस में रखा गेहूं शासन खरीदी का था जो कि तत्कालीन स्थिति में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में उपयोग आना था। मामले में कलेक्टर के आदेश पर एसडीएम राजाराम करजरे ने जांच कर पंचनामा बनाया है और रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी है।
वेयर हाउस के घट्टिया क्षेत्र प्रबंधक भगवानसिंह पटेल के अनुसार वर्ष 2020 में बच्चूखेड़ा के गौतम वेयर हाउस से किराए का अनुबंध कर उसमें शासन की खरीदी का गेहूं रखा गया था। वेयर हाउस लक्ष्मीबाई के नाम से है और उसके संचालक कांग्रेस नेता विजयसिंह गौतम हैं। वेयर हाउस किराए पर लेकर उसमें शासन खरीदी का गेहूं रखा गया था। यह गेहूं कुछ समय बाद मानव उपयोग निषिद्ध किया गया था। इसे निविदा के माध्यम से बेचा जाना था जिसका उपयोग लिकर में किया जाता है। हमारे रेकार्ड के अनुसार 50 किलो की वेयर हाउस में 28 हजार 174 बोरी होना चाहिए थी, जबकि वहां पर करीब 12 हजार बोरी ही मिली है। उनमें भी गेहूं की बजाय डस्ट, भूसा और अन्य कचरा भरा हुआ है। बोरी का वजन भी 50 किलो नहीं है। वेयर हाउस में बोरी सिलाई की मशीन और खाली बोरियां भी मिली है। वेयर हाउस मालिक को कई सालों से किराया नहीं दिया गया है। मामले को लेकर हमने पुलिस को शिकायत की थी उसके बाद प्रशासनिक स्तर पर गुरुवार रात को एसडीएम ने जांच कर पंचनामा बनाया है।
एसडीएम राजाराम करजरे के अनुसार गुरुवार को कलेक्टर के आदेश पर वेयर हाउस में जांच की गई है। वहां करीब 16 हजार से अधिक बोरियाँ गायब मिली हैं, जो बोरियाँ मिली उनमें से अधिकांश में आटे जैसी स्थिति और भूसा, कचरा मिला है। बोरियों को टेस्टिंग के लिए छेद कर देखने पर यह स्थिति सामने आई है। करीब साढ़े तीन करोड़ के लगभग का यह गेहूं गायब है। जांच रिपोर्ट पंचनामे सहित कलेक्टर को सौंप दी गई है। वेयर हाउस के प्रबंधक भगवान पटेल भी इस दौरान साथ थे। वे गेहूं के संबंध में पूरी जानकारी दे देंगे।
गायब गेहूं को लेकर वेयर हाउस के संचालक कांग्रेस नेता विजयसिंह गौतम ने बताया कि वेयर हाउस की चाबी लंबे समय से स्थानीय प्रबंधक श्री पटेल एवं उनके अधीनस्थों के पास ही है। मैंने उन्हें पिछले 5 वर्षों के दरमियान जिला प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक, स्थानीय प्रबंधक को कई आवेदन देकर अनुबंध का हवाला देते हुए मेरे किराए और वेयर हाउस खाली करने के पत्र दिए हैं। वेयर हाउस में रखे गेहूं में घून लगा था और पूरा गेहूं घून ने आटा बना दिया। यहां तक कि बोरियां हाथ से खींचने पर फट रही है। जैसे स्टेक उन्होंने जमवाए थे वैसे ही लगे हुए हैं बोरियों के रखते समय ही उसमें वेयर हाउस लाजिस्टिक कार्पोरेशन के लोगों ने गड़बड़ की। लापरवाही से सड़ा गेहूं रखा और समय पर कार्रवाई नहीं की। अब अपनी नौकरी बचाने के लिए षड्यंत्र पूर्वक वेयर हाउस मालिक पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं। मेरा करीब डेढ़ करोड़ का किराया बकाया है। हमने अपना पक्ष कलेक्टर के समक्ष पहुंचकर रखा है उन्होंने हमें जांच का आश्वासन दिया है।